टेसू के फूल
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# ये फ़ूल ढाक (पलाश) के पेड़ों पर खूब खिलते हैं #
1)
फूले हैं टेसू जँगल में कि अब बहार आई है
हमारे मन भी हैब खिले कि हमारी बगिया मुस्कुराई है
फिर भी कुछ तो हैं ऐसे कि
जिनके मन अब तक नहीं खिले
क्या है बात कि उनकी सूरत अब भी मुरझाई है
2)
फ़ूल टेसू के जब जब खिलते हैं जँगल जगमगाते हैं
उनका स्वाभाविक रूप औ सौंदर्य भी खूब निखर जाते हैं
ऐसे में किसी का मन यदि खिले तो ये स्वाभाविक ही है
फिर भी कुछ चेहरे मुरझाये से ही क्यूँ रह ही जाते हैं
3)
टेसू अपने मौसम में खूब खिलते हैं
हर एक पेंड पर सैकड़ों में मिलते हैं
उन्हें निहार कर हम ख़ुश भी बहुत होते हैं
पर मुश्किल ये एक ख़ास मौसम में होते है
विशेष नोट:-
ऐसे तमाम टेसू के फूलों को ...
मेरा बहुत बहुत प्यार
बहुत बहुत प्यार
बहुत प्यार
प्यार
(स्वरचित)
अखिलेश चंद्र श्रीवास्तव