आज 15-04-2017हाइकु मञ्जूषा अंक 38 के लिये चयनित विषयों "झील"और "सागर " पर चंद हाइकु प्रस्तुत हैं..
1) झील विस्तार
दूर दूर है पानी
उड़ते पक्षी
2)नौका विहार
नीली झील की गोद
हूँ आनंदित
3)प्रेमी युगल
देखो झुरमुट में
झील किनारे
4)गहरी नीली
झील सी प्यारी आंखें
जादू करतीं
5)सागर देता
रोजी रोटी ठिकाना
आश्रयदाता
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आज 14-04-2017 हाइकु मञ्जूषा अंक 38 के लिये चयनित विषयों "झील" और "सागर " पर आधारित चंद हाइकु प्रस्तुत हैं..
1) झील गहरी
मानव मन सम
थाह न मिले
2)आदि न अंत
सागर है अनंत
रत्नाकर भी
3)झील हिलोरें
पवन मंद बहें
नौकाविहार
4)झील किनारे
युवक औ युवती
फिरें घूमते
5)प्रकाश स्तम्भ
है सागर किनारे
दिशा का ज्ञान
6)झील तो होती
जीवनदायिनी माँ
पोषण करे
(क्रमशः)
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आज 13-04-2017हाइकु मञ्जूषा अंक 38 के लिये चयनित विषयों.."झील "और "सागर " पर चंद हाइकु प्रस्तुत हैं..
1) देती है झील
जीवन का आधार
पालन कर्ता
2)सूखती झील
सूखते जाते प्राण
छाती है चिंता
3) सभी निर्भर
जीव औ वनस्पति
झील तो प्राण
4) दिखे दूर से
लहराता सागर
पानी जीवन
5)मच्छी मारते
परिवार चलाते
सागर साथी
6)दूर समुद्र
जाते शिकार पर
श्रेष्ठ नाविक
(क्रमशः)
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आज 12-04-2017 हाइकु मञ्जूषा अंक 38 के लिये चयनित विषयों "झील "और "सागर " पर आधारित चंद हाइकु प्रस्तुत हैं..
1)यादों की झील
डूबते उतराते
अक्स तुम्हारे
2)प्यार सागर
पसरा दूर दूर
तुम्हारे लिये
3) प्यार का मोती
ढूंढता ही रहा मैं
जग वीराना
4)तुम जो मिले
खिला झील कमल
ओ मनमीत
5)मन सागर
मिले विष अमृत
भाग्यानुसार
6)मन गहरा
है सागर सदृश
भेद समाते
(क्रमशः)
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आज 11-04-2017 हाइकु मञ्जूषा अंक 38 के लिये चयनित विषयों .."झील" और "सागर" पर आधारित चंद हाइकु प्रस्तुत हैं..
1)खेलते बॉल
सागर में फेंकते
आता वापस
2)डूबता सूर्य
उदास है आकाश
पक्षी लौटते
3)झील किनारे
बैठते हैं जाकर
फेंकें कंकरी
4)गोल लहरें
पानी में हलचल
कंकरी फेंकी
5)तुम्हारी आँखे
झील सी गहरी
डूबता सा मैं
6)व्यथित तुम
आँसुवों का सागर
देखा आंखों में
(क्रमशः)
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आज 10-04-2017 हाइकु मञ्जूषा अंक 38 के लिये चयनित विषयों.."झील" और "सागर " पर आधारित चंद हाइकु प्रस्तुत हैं..
1) आँखें तुम्हारी
झील सी झिलमिल
हिलोरें प्यार
2)झील में उगा
सुबह का सूरज
पानी है लाल
3) जल ही जल
सागर है विशाल
पीना न होता
4) सूखती झील
सब कोई चिंतित
कोई उपाय
5) डूबता सूर्य
पश्चिम सागर में
रक्तिम नभ
6)लहरें गिनूँ
प्रतीक्षा भी करूँ मैं
आयीं न तुम
(क्रमशः)
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आज 09-04-2017 हाइकु मञ्जूषा 38 के लिये चयनित विषयों..झील और सागर पर आधारित चंद हाइकु प्रस्तुत हैं..
1)आँखों की झील
छुपा गहरा प्यार
लेता हिलोरें
2)नीली हैं आँखें
गहरे समुन्द्र सी
लगती प्यारी
3)सागर सी हैं
भरी तुम्हारी आँखे
खारे जल से
4)विशाल झील
दूर दूर विस्तार
है रमणीय
5)नौकाएँ जातीं
मच्छी मार लोग
रोज का धंदा
6)सागर पाले
संतान की तरह
दुलारे इन्हें
(क्रमशः)
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